शनिवार, 31 दिसंबर 2011

‘हिंसा किसी समस्या का हल नहीं होता‘ हिंसा और कानून पर परिचर्चा

कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यलाय के जनसंचार विभाग द्वारा देश में बढ़ रहीं जनहिंसा और उससे पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए मंगलवार को एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। ाकार्यकम में मुख्य वक्ताओं में विधायक कुलदीप जुनेजा, वरिष्ट पत्रकार प्रकाश होता , युवा राजनेता श्रीकुमार मेनन उपस्थित थे।
जनहिंसा और कानून पर बोलते हुए श्री जुनेजा ने कहा कि आज के दौर में लोग तत्काल परिणाम चाहते है, लोग ये मानते है कि देश राज्य में जो भी गलत हो रहा है उन सब के पिछे नेताओं का हाथ है। वर्तमान परिपेक्क्ष का उदाहरण देते हुए यह भी कहा कि कुछ लोगों को वहम हो गया है कि हम कानून को जेब में रखते है या नेता हमारे गुलाम है, और कानून का उलघंन करना अपनी शान समझते है जो काफी शर्मशार घटना है, लोगो को कानून और मर्यादा का पालन करना चाहिए जिससे समाज में मिशाल पेश हो सके। श्री होता ने जनहिंसा के आरंभ काल को श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया, और शासन व प्रशासन को दोष देने के बजाय लोगों को खुद कानून का पालन करना चाहिए बताया। आज कल लोगों के पास आक्रोश निकालने के लिए साधन नहीं है, पूर्व में लोग अपने गुस्सा निकालने के लिए फुटबालॅ, हॉकी आदि आउटडोर गेम का उपयोग करते थे, पर आज इस वयस्ता भरे समय में लोग अपना क्रोध , गुस्सा आम लोग या राह चलते लोगों पर उतार देतेे है या फीर बात को बतंगर बना देने है। साथ ही यह भी कहा कि अगर किसी मसले को शांती से निपटा लिया जाए तो जनहिंसा की आवश्कता नहीं होगी। श्री मेनन ने अपने उदबोधन में कहा कि जनहिंसा का कारण एक तो लोग खुद होते है और कुछ शासन प्रशासन की खामियों के कारण भी जनआक्रोश फूटता है। समय रहते इस मामले का स्थाई हल नहीं निकाला गया तो भािवष्य में इसके परिणाम काफी दुखद हो सकती है। कर्यक्रम की अध्यक्ष्ता कर रहें डॉ शाहिद अली ने बतायाकी लोग अगर गांधी के बताए हुए मार्ग को अपना ले तो इस प्रकार की समस्या सामने ही नहीं आएगी। साथ ही यह भी बताया कि लोग जरा सी बात को बढा-चढा कर पेश करते र्है। कही का गुस्सा कहीं निकालते है आम भाषा में कहा जाए तो किसी घठना को लेकर राह चलते लोग हाथ साफ कर लेते है। वक्ताओं के अलावा पीसीसी के सचिव संजय पाठक, समाज सेवा के क्षेत्र से जुडे विनोद पिल्लै इलेक्ट्रानिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी ने भी अपने-अपने विचार रखें। कार्यक्रम में विवि के सभी छात्र-छात्राएं सभी विभागों के शिक्षक उपस्थित थे। अतं में आभार प्रदर्शन राजेद्र मोहंती व संचालन अवधेश मिश्रा ने किया।

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