रविवार, 11 मार्च 2012

आसान नहीं होगा नंबर तीन को भरना

राहुल द्रविड़ के सन्यास पर पूर्व खिलाडिय़ों
की प्रतिक्रिया
भिलाई. भारतीय क्रिकेट टीम की दीवार कहे जाने वाले स्टार बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने शुक्रवार को क्रिकेट के हर फॉरमेट को अलविदा कह दिया। राहुल द्रविड़ के सन्यास के साथ ही टेस्ट क्रिकेट के एक युग का अंत हो गया है। उनके डिफेंस को लम्बे समय तक याद किया जाएगा। द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में सचिन के बाद सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। राहुल के सन्यास को ट्विनसिटी के क्रिकेटरों ने सही समय पर सही निर्णय करार दिया है। साथ ही उनके जाने से खाली हुई नम्बर तीन पर बल्लेबाजी क्रम को भरना नए क्रिकेटरों के लिए बड़ी चुनौती बताया है।
आसान नहीं जगह भरना
टेस्ट क्रिकेट में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करना हो तो राहुल से बढ़कर कोई नहीं है। उनके सन्यास लेने के बाद इस जगह को भरना आसान नहीं होगा। हालांकि उन्होंने सही समय पर सही निर्णय लिया है, टीम इंडिया को इनकी कमी हमेशा खलेगी।
मोहन दास, पूर्व रंजी खिलाड़ी
बेहतरीन सर्विस दी
राहुल द्रविड ने अपने करियर के १६ वर्षों में इंडियन क्रिकेट को बेहतरीन सर्विस दी है। द्रविड ने जिस समर्पण से क्रिकेट खेला है वह आने वाली पीढ़ी के लिए उदहारण है। उनके सन्यास के निर्णय ने भारतीय टीम से एक जुझारू खिलाड़ी कम हो गया है।
राजा बेनर्जी, कोच बीएसपी क्रिकेट टीम
दो सीरीज और खेलते
राहुल द्रविड का निर्णय सही है, लेकिन उन्हें दो सीरीज और खेलनी चाहिए थी। आस्ट्रेलिया दौरे के खराब प्रदर्शन के बाद देश को उनसे एक बड़ी पारी की उम्मीद थी। इसे वे घरेलू सीरीज में पूरा कर सकते थे। उसके बाद शान से सन्यास लेना था।
पी गोपाल राव, पूर्व रंजी खिलाड़ी
निर्णय सही है
राहुल द्रविड का निर्णय सही है, नेचुरल है। टीम इंडिया उन्हें मिस करेगी। उनके साथ खेलना मेरे लिए सौभाग्य की बात रही है। नंबर तीन पर बल्लेबाजी को लेकर टीम इंडिया की समस्या बढ़ जाएगी। क्यों कि दूसरी दीवार का मिलना इतना आसान नहीं है।
राजेश चौहान, पूर्व टेस्ट खिलाड़ीश्
समर्थकों को टीस
राहुल द्रविड उन चुनिंदा खिलाडिय़ों में से एक हैं जिनकी तकनीक शानदार रही है। एक खिलाड़ी के रूप में वे हमेशा शांत रहे हैं। उनके सन्यास लेने के बाद उनके समर्थकों को टीस पहुंची है, लेकिन इससे युवा खिलाडिय़ों को आगे आने का मौका भी मिलेगा।
राजा गोपालन, पूर्व रणजी खिलाड़ी

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