गुरुवार, 24 फ़रवरी 2011

यूपी के एक स्कूल में गाया जाता है 'नया राष्ट्रगान'

उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर जिले में एक प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट ने अपनी तरफ से राष्ट्रगान में बदलाव कर दिए हैं। यहं बच्चों से यह नया राष्ट्रगान गवाया जा रहा है।
जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर टांडा कस्बे के लॉर्ड बुद्धा आंबेडकर अर्जक मिशन पब्लिक स्कूल के छात्र विद्यालय की सुबह की प्राथर्ना में रोज ' संशोधित ' राष्ट्रगान गाते हैं। कुछ सप्ताह पहले विद्यालय के प्रबंधक रघुनाथ सिंह ने राष्ट्रगान की कुछ पंक्तियों के शब्दों को बदल दिया। तब से यह सिलसिला जारी है। गौरतलब है कि बुनियादी शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त कक्षा पांच तक के इस स्कूल में 400 छात्र हैं।
छात्रों द्वारा प्राथर्ना में गाए जा रहे संशोधित राष्ट्रगान की दूसरी पंक्ति में उल्लिखित 'अधिनायक' शब्द की जगह ' उत्प्रेरक ' शब्द गाया जा रहा है। इसी तरह तीसरी पंक्ति के शब्द 'भारत भाग्य विधाता' के बदले 'स्वर्णिम भारत निर्माता' गाया जा रहा है। 'तव शुभ आशीष मांगे' को 'तब शुभ कामना मांगे' गाया जा रहा है। रघुनाथ सिंह ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ' अधिनायक शब्द राजा को संबोधन के लिए था। अब हम स्वतंत्र हैं। लोकतंत्र में ' अधिनायक ' शब्द का कोई मतलब नहीं है। ' सिंह ने कहा कि ' यह राष्ट्रगान पहली बार ब्रिटिश शासक जार्ज पंचम के स्वागत में गाया गया था। मेरे विचार में राष्ट्रगान की कई पंक्तियां राजा का यशोगान करती हैं। इसलिए मैंने उन्हें बदल दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि राष्ट्रगान में संशोधन करने के पीछे उनका मकसद देश के लोगों की भावनाओं को आहत करना नहीं है। वह स्वयं एक भारतीय हैं, इसलिए वह ऐसा सोच भी नहीं सकते। इस बारे में पूछे जाने पर जिला बुनियादी शिक्षा अधिकारी (बीएसए) राकेश कुमार ने बताया कि यह मामला उनकी जानकारी में पहले से है। उन्होंने कहा,मैंने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। इस स्कूल की मान्यता रद्द करके प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। '

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