रविवार, 20 फ़रवरी 2011

ऐसी दीवानगी देखी नहीं कहीं, साइकल से ढाका पहुंचे सुधीर


शिवेन्द्र कुमार सिंह \ शेखर झा
जिसकी सचिन तेंडुलकर के घर में सीधी एंट्री हो, जिसे सामने देखते ही हरभजन गले लिपट जाते हों और जिसे भारतीय क्रिक्रेट टीम का हर खिलाड़ी नाम से ही नहीं भला उस शख्स को आप क्या मानते है? लेकिन नहीं वो न तो किसी बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनी के मार्केटिंग विभाग से है और न ही किसी बड़ी विज्ञापन एजेंसी का मालिक । इनका नाम है सुधीर, रहने वाले मुजफ्फरपुर(बिहार) के और पहचान क्रिकेट को लेकर दीवानगी।
विश्वकप की शुरूवात से पहले ही सुधीर ढाका पहुंच गए। वो भी सड़क के रास्ते करीब हजार किलामीटर साइकल चलाकर। वे कहते है इस बार मुझे ढाका पहुंचने में कोई परेशानी नहीं हुई, क्योकि में 2007 में यहां आया था। इस बार मुझे रास्तों की जानकारी थी। लिहाजा शहर के भीतर भी मैं कहीं भटका नहीं। इस बार पटना होते हुए आया सो एक दिन ज्यादा लग गया, पिछली बार आठ दिन में पहुंचा था। तिरंगे में रंगा शरीर सिर पर बालों की तिरंगे जैसी कटिंग, हाथ में बड़ा सा लहराता तिरंगा और गाहे बगाहे गूंजते वाला शंख। क्रिकेट के मैदान में शंख क्यो? इसका जवाब सुधीर यूं देते है, इस महाकुंभ में सचिन का सपना है कि विश्वकप अपना हो। मैं इसलिए रास्ते में पड़ने वाले कई मंदिरो में शंख बजाकर उनके सपने के पूरे होने की दुआ मांगता आया हूं। मेरी तो ये भी दुआ है कि सचिन इस विश्व कप में शतकों का शतक पूरा करें।
एशियाई देशों में जहां भी भारतीय क्रिकेट टीम मैच खेलती है, लगभग हर जगह सुधीर हो आए है। इस बार ढाका आने से पहले उन्होंने गुजरात की एक कोल्ड ड्रिंक कंपनी, फिर पुणे और जोधपुर में नौकरियां कर 48 सौ रुपए जुटाए। सचिन मिलते है तो उनको अक्सर अर्थिक मदद की पेशकश करते है, हरभजन और दूसरे खिलाड़ी भी पैसे देना चाहते है, लेकिन सुधीर को क्रिकेट से मोहब्बत है, पैसे से नहीं।

अब स्टेडियम में नियमित मैच देखने वाले उन्हें तकरीगन सारे लोग पहचाने लगे है, लेकिन शुरू के दिनों को याद करके सुधीर अब भी सहम जाते है। घर वालों को लगा कि लड़का पागल हो गया है। न घर की फ्रि क न घर बसाने क ा। अपने इस जुनून के चक्कर में उन्हें कई बार पुलिस के गुस्से का भी शिकर होना पड़ा है। हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में हरभजन के शतक के बाद मैदान में घुसने पर पुलिस उन्हें पकड़ ले गई थी। बाद में बीसीसीआई के एक अधिकारी के कहने पर पुलिस ने सुधीर को छोड़ा। सुधीर मानते है कि उनकी क्रिकेट के दर्शकों के बीच पहचान सचिन की वजह से ही बनी है, लेकिन इसका जिक्र छिड़ने पर वे ये जरुर बताते है कि सचिन को उनके यहां की लीची बहुत पसंद है।

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