बुधवार, 19 जनवरी 2011

महंगाई ने की जेब ढिली

रायपुर
दिनों दिन बढ़ती महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ रखी है। इससे आम लोगों को काफी मुश्किलों का सामाना करना पड़ रहा है। शनिवार को पेट्रोल के दाम में एक बार फिर से 2.50 से 2.54 रूपए प्रति लीटर बढ़ा दिए गए। इससे पहले 15-16 दिसंबर को पेट्रोल की कीमतों में 2.96 रू पए की बढ़ोत्तरी की गई थी। कमर तोड़ मंहगाई पर लोगों का कहना है कि जिस तरह से पेट्रोल की कीमत में वृद्धि हो रही है उससे आम लोगों को काफी दिक्कतें हो रही है। लोगों का कहना है कि आमदनी तो वहीं की वहीं है, लेकिन खर्चा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।
गाड़ी का यूज कम
लगातार पेट्रोल के दाम बढ़ने के कारण लोग गाड़ी का यूज कम कर रहे है। मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट रवि शुक्ला ने कहा कि जिस तरह से पेट्रोल के रेट बढ़ रहे हैं उससे लगता है कि अब गाड़ी को घर पर ही खड़ा करना पड़ेगा। कहीं भी जाने से पहले एक बार पेट्रोल का ख्याल जरूर आता है। रवि का कहना था कि दूर जाने के लिए गाड़ी तो जरूरी है, लेकिन आसपास के लिए अब पैदल ही काम चलाते हैं।
प्रयास करे सरकार
पुलिस लाइन निवासी रमेश मिश्रा का कहना है कि एक महीने में जिस तरह महंगाई ने अपने पैर पसारे हैं, उससे आम लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। खाने-पीने से लेकर सभी प्रकार के सामान की कीमत बढ़ती जा रही है। सरकार अगर चाहे तो महंगाई कम कर सकती है। पेट्रोल का रेट बढ़ने से सभी प्रकार के सामानों के रेट में भी बढ़ोत्तरी होगी।
पॉकेटमनी भी नहीं बचती
पेट्रोल की मार स्टूडेंट्स कि पॉकेटमनी पर भारी पड़ रही है। अवंति विहार निवासी एग्रीकल्चर स्टूडेंट दीपक सिंह ने बताया कि अब तो पॉकेटमनी पेट्रोल में खत्म हो जाती है। पहले तो पॉकेटमनी से बचाकर बाहर चाय नाश्ते में खर्च कर लेते थे, लेकिन अब इसके लिए भी सोचना पड़ेगा।
परिवहन लागत में होगी वृद्धि
पेट्रोल के दाम बढ़ने से परिवहन लागत में बढ़ोत्तरी होगी। परिवहन लागत का असर खाने पीने के सामानों पर भी पड़ेगा। पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोत्तरी का हर्जाना लोगों को सभी चीजों में भरना पड़ेगा।
डॉ. जेएन भारद्वाज, विभागाध्यक्ष अथर्शास्त्र विभाग रविवि

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